Saturday, September 28, 2024

शरद जोशी के पंच -5

 


1. कई लोग एयरहोस्टेस से विवाह करने को इसी कारण आकुल होते हैं। उन्हें लगता है,यह मुस्कराती कन्या जीवन-भर इसी तरह मुस्कराती रहेगी।
ख़ुशफ़हमी प्रायः विवाह का आधार होती है।
2. यह अंतर्राष्ट्रीय संस्कृति ऐसी है कि बीते कल जो अमेरिका में घटता है,वह आगामी कल भारत में घटेगा।
3. जब हम हवाई जहाज़ में बैठते हैं तो आ एअरहोस्टेस का,कम्पनी द्वारा प्राप्त आदेशों के अनुसार,यह कर्तव्य हो जाता है कि वह हमें देखकर मुस्कराए, चाहे हमारी शक्ल कैसी भी हो। महँगा टिकट ख़रीदने के कारण ख़रीदने के कारण,चाहे हमारा चेहरा लटका हो, मगर हम भविष्य में भी टिकट ख़रीदते रहें, इसके लिए उनका मुस्कराना ज़रूरी है।
4. समस्याओं को चाहिए कि वे दिल्ली के निकट रहें। दिल्ली से दूर रहकर वे सुलझ नहीं सकतीं।
5. बम्बई में वर्षा कविता नहीं होती। बम्बई में वर्षा पत्रकारिता और फ़ोटोग्राफ़ी का मामला है। बम्बई में वर्षा सूचनाओं से भरा वर्णन है।
6. बम्बई में बरसात केवल अख़बारों में पढ़ने योग्य होती है, आनंद लेने योग्य नहीं।यह किसी को मेघदूत लिखने की प्रेरणा नहीं देती, क्योंकि विरह प्रसंग नहीं होते। औरतें जानती हैं कि वर्षा के कारण मर्द दादर से आगे नहीं जा पाएगा। जहां है, वहाँ से लौट के आना उसकी नियति है।
7. हमारे देश में यह एक प्रथा है क़ि जो भी प्रधानमंत्री चुना जाए उसे मुँहदिखाई के लिए एक बार रूस और अमेरिका हो आना चाहिए। हर प्रधानमंत्री को जाना पड़ता है। गए और उनको बताया कि साहब हम हैं भारत के प्रधानमंत्री। हम शांति चाहते हैं,हमारा देश भी शांति चाहता है और आप सहयोग करें तो हम जहां हैं वहाँ से आगे बढ़ें। यों हम बढ़ रहे हैं,मगर आपकी मदद मिल जाए तो मज़ा आ जाए।
8. बम्बई और अन्य नगरों में अफ़सर बरसात में बाल नोचते रहते हैं कि हाय, नालियाँ पूरी तरह साफ़ नहीं हुईं और पानी रुका नहीं। फिर साल भर इस बात के लिए बाल नोचते हैं कि हाय,पीने को पानी नहीं। वे वर्ष भर ऐसा करते हुए गंजे हो चुके हैं, पर देश पानी की व्यवस्था आज तक नहीं सीख पाया।
9. वाहन बढ़ते जा रहे हैं। सड़क वही है। अब उस पर न पैदल चलने की जगह है, न वाहन चलाने की। पूरा देश एक विराट ट्रैफ़िक जाम है। जहां भी सड़क ख़ाली है,उस जगह को जल्दी ही किसी नई कार,नई मोपेड से भरना है। देश एक विशाल गैरेज बन जाएगा। गाड़ियाँ खड़ी रहेंगी क्योंकि चलने की जगह नहीं होगी।
10. अमेरिका सारे ख़तरनाक शस्त्र तथा सेबोटेज के आइडिया इस अपेक्षा से बनाता है कि वे संसार के अन्य भागों में इस्तेमाल होंगे, पर अमेरिका में वह शांति चाहता है।

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