Sunday, August 02, 2015

अहा देशभक्ति भी क्या

अहा देशभक्ति भी क्या!
इसको गरियाया उसको ठोंक दिया।

तुम हमसे असहमत कैसे हो भाई
तुमको तो गद्दार कहना ही होगा
अगर देशभक्त कहलाना है तुमको
हमारी तरह तुमको रहना होगा ।


स्कूल खुला है अहा-नया,नवीन
फौरन इसमें भर्ती हो जाओ
नई किताबें हैं , गणवेश नया है
फौरन आओ एडमिशन पाओ।

तर्क बहस के दिन बीत गए अब
गाली,मार-पिटाई के दिन आये
सही-गलत अब कौन देखता
बहुमत वाले का झंडा फहराये।

देशप्रेम का पाठ सीखना होगा
नहीं रटे तो फिर पिटना भी होगा
सब शब्दकोश अब हुए निरस्त
परिभाषायें नई सीखना होगा।

अरे गलत मत समझो भाई
हमने तो बस एक बात बताई
मित्रता दिवस है आज पड़ गया
यह तो है बस उसकी बधाई।

अहा देशभक्ति भी क्या!
इसको गरियाया उसको ठोंक दिया।

-कट्टा कानपुरी

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