Tuesday, December 31, 2019

धन्यवाद, शुक्रिया, आभार




कल लखनऊ में वर्ष 2018 के लिए मेरी किताब 'घुमक्कड़ी की दिहाड़ी' पर बाबू गुलाब राय सर्जना सम्मान मिला। मित्रों ने
बधाई
दी। शुभकामनाएं भी। सभी के प्रति मन से आभार। हृदय से धन्यवाद। दिल से शुक्रिया।
सभी को व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद देने की कोशिश की फेसबुक ने ब्लाक कर दिया। कहते हुए कि Sorry you have blocked due to excessive comments. मने हम कह रहे हैं -मुझे खुशी मिली इतनी कि दिल में न समाय। फेसबुक कह रहा - अति सर्वत्र वर्जयेत।
तो मित्रों-सहेलियों-आदरणीयों-प्रियजनों आपकी शुभकामनाएं हमारे लिए बहुत बड़ा सम्बल है। बहुमूल्य हैं। जिनको व्यक्तिगत जबाब न दे पाए वे माफ करते हुए इसे ही हमारा व्यक्तिगत आभार माने। 🙂
यहां भी जबाब नहीं दे पा रहे किसी कमेंट का इसलिए आपकी
बधाई
, शुभकामनाओं के लिए अग्रिम धन्यवाद। 🙂

https://www.facebook.com/anup.shukla.14/posts/10218464693662095

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